शुक्रवार, 28 नवंबर 2008

रिवॊल्वर रख कर सोए अमिताभ

रिवॊल्वर रख कर सोए अमिताभ



Nov 28, 01:38 pm

नई दिल्ली। मुंबई में हुए आतंकी हमलों से स्तब्ध मेगास्टार अमिताभ बच्चन बृहस्पतिवार रात पहली बार अपने तकिये के नीचे रिवाल्वर रख कर सोए।

बिग बी ने अपने ब्लाग में लिखा है कि जिस तरह आतंकी हमला हुआ उसके बाद बृहस्पतिवार रात मैंने पहली बार ऐसा किया। मुझे उम्मीद है कि दोबारा ऐसा करने की नौबत नहीं आएगी। बृहस्पतिवार रात सोने से पहले मैंने अपनी लाइसेंसशुदा ़32 रिवाल्वर निकाली उसे भरा और अपने तकिये के नीचे रख दिया।

हमलों से व्यथित अमिताभ को बृहस्पतिवार रात नींद भी बहुत मुश्किल से आई। बुधवार को आतंकियों ने मुंबई में कई स्थानों पर हमले किए। बृहस्पतिवार को अमिताभ के पिता और प्रख्यात कवि दिवंगत हरिवंशराय बच्चन का जन्मदिन था। अमिताभ पूरे दिन घर पर रहे और टीवी पर देखते रहे कि सुरक्षा बल आतंकियों को पकड़ने के लिए किस तरह जूझ रहे थे। गौरतलब है कि करीब दो माह पहले दिल्ली में जब बम विस्फोट हुए थे, उस समय अमिताभ के पुत्र अभिषेक अपनी फिल्म द्रोण के प्रमोशन के लिए दिल्ली आए हुए थे। वह कनॉटप्लेस की ओर जा ही रहे थे कि तीव्र धमाका सुनाई दिया। ट्रैफिक जाम में फंसे अभिषेक ने अपने कार चालक से लौटने के लिए कहा। बाद में उन्हें पता चला कि धमाका बम विस्फोट के कारण हुआ था।

कभी रुपहले पर्दे पर अव्यवस्था के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले अमिताभ को एंग्री यंग मैन कहा जाता था। आज इस एंग्री ओल्ड मैन के दिल में उस असमर्थता को लेकर गहरी नाराजगी है, जिसके कारण देश की सुरक्षा खतरे में आ जाती है। ब्लाग में बिग बी ने लिखा है कि मेरी पीड़ा उन बेकसूर और पूरी तरह असुरक्षित देशवासियों को लेकर है जो आतंकी हमलों का सामना कर रहे हैं। मेरा गुस्सा उन अधिकारियों की असमर्थता को लेकर है जिन पर हम सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी है।

आतंकवाद से निपटने की सुरक्षाबलों की कोशिशों की सराहना करते हुए अमिताभ ने लिखा है कि जांबाज अधिकारियों और वीर पुलिसकर्मियों ने हमारे लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। मैं उन्हें केवल सैल्यूट कर सकता हूं और कर्तव्यपालन में उनकी ईमानदारी का सम्मान कर सकता हूं।

बहरहाल, अमिताभ ने इस बात पर नाराजगी जाहिर की है कि बार-बार मुंबई के जज्बे की बात क्यों की जाती है। उन्होंने लिखा है कि त्रासद अनुभवों को छिपाने के लिए इन शब्दों को उछाला जाता है, जबकि हाल के वर्षो में कई शहर इन अनुभवों से दो चार हुए हैं।

मुंबई को दिलवालों की नगरी बताते हुए अमिताभ ने लिखा है ..हां, मुंबई मजबूत है और उसमें बर्दाश्त करने की अपूर्व क्षमता है। ऐसी घटनाओं के आगे उसे झुकना नहीं चाहिए, लेकिन हमें बचाव के लिए बार-बार किसी आवरण का सहारा नहीं लेना चाहिए। इसे हटाइए और सर उठा कर आगे बढ़ जाइए।

टीवी चैनलों ने बिग बी से मुंबई हमलों पर बयान देने के लिए बार-बार अनुरोध किया लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। उन्होंने ब्लाग में लिखा है कि बयानबाजी के लिए कहने के बजाय, मुझे आदेश दीजिए कि हमें हर भारतीय को जगाने और घटना स्थलों की ओर ले जाने की जरूरत है। मैं पहला व्यक्ति होउंगा जो ऐसा करेगा। लेकिन॥ कृपया मुझे बयानबाजी करने के लिए न कहें। इससे दर्शकों के हितों की पूर्ति नहीं होगी।


"जागरण"

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